दिल्ली में 'सांस के अधिकार' के लिए प्रदर्शन: अभिभावक, बच्चे और एक्टिविस्ट सड़कों पर

😷दिल्ली में 'सांस के अधिकार' के लिए प्रदर्शन: अभिभावक, बच्चे और एक्टिविस्ट सड़कों पर ।।

नई दिल्ली//भारत: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के खिलाफ नागरिकों के बढ़ते आक्रोश ने रविवार को एक बड़े विरोध प्रदर्शन का रूप ले लिया। इंडिया गेट पर बड़ी संख्या में अभिभावकों, पर्यावरण कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने जमा होकर सरकार से साफ हवा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल और ठोस नीतिगत कार्रवाई की मांग की।

इस विरोध प्रदर्शन में छोटे बच्चे भी शामिल हुए, जो अपनी बिगड़ती सेहत के प्रति चिंता का प्रतीक थे।

प्रमुख घटनाएँ और प्रदर्शन की मांग

स्थान और समय: प्रदर्शन रविवार शाम को इंडिया गेट के पास हुआ, जब शहर की हवा 'बहुत खराब' से 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई थी।

 

प्रदर्शनकारी: इसमें मुख्य रूप से चिंतित अभिभावक शामिल थे, जिनमें से कई अपने बच्चों के साथ आए थे। युवा, छात्र और पर्यावरण कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में मौजूद थे।

 

बच्चों की उपस्थिति: प्रदर्शन की सबसे मार्मिक तस्वीर वह थी, जहां छोटे बच्चे नेबुलाइज़र और मेडिकल पर्चे लिए हुए थे, जो शहर के प्रदूषण संकट का एक शक्तिशाली प्रतीक था। कई अभिभावकों ने यह कहते हुए विरोध किया कि वे अपने बच्चों को जहरीली हवा में मरने के लिए नहीं छोड़ सकते।

 

नारे और तख्तियाँ: प्रदर्शनकारियों के हाथों में 'हवा में ज़हर है', 'I can't breathe' (मैं साँस नहीं ले सकता/सकती), और 'साँस लेने का अधिकार हमारा मौलिक अधिकार है' जैसी तख्तियाँ थीं।

 

मुख्य मांगें: प्रदर्शनकारियों ने सरकार से केवल अल्पकालिक उपायों के बजाय प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दीर्घकालिक और स्थायी नीतियां बनाने की मांग की। उन्होंने वायु गुणवत्ता डेटा में पारदर्शिता और स्वास्थ्य आपातकाल के दौरान स्पष्ट दिशानिर्देश जारी करने की भी मांग की।

पुलिस की कार्रवाई और विवाद

प्रदर्शनकारियों ने इंडिया गेट के पास मान सिंह रोड को जाम करने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की।

 

हिरासत में लेना: दिल्ली पुलिस ने घोषणा की कि इंडिया गेट विरोध प्रदर्शन के लिए निर्धारित स्थान नहीं है और प्रदर्शनकारियों से जंतर मंतर जाने का आग्रह किया। जब प्रदर्शनकारी सड़क से नहीं हटे, तो पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार, सड़क जाम करने वालों को हिरासत में लिया गया।

 

बच्चों को हिरासत में लेने का आरोप: कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि बच्चों को भी हिरासत में लिया गया, हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इन आरोपों का खंडन किया।

 

मुकदमा दर्ज: दिल्ली पुलिस ने इंडिया गेट पर निषेधाज्ञा (Prohibitory Orders) का उल्लंघन करने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) भी दर्ज की है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

आरोप-प्रत्यारोप: इस मुद्दे पर सत्ताधारी दल और विपक्ष के बीच राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने प्रदर्शन के लिए विपक्षी दल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वे पिछली सरकारों द्वारा दिए गए प्रदूषण को साफ करने का काम कर रहे हैं। वहीं, विपक्षी नेताओं ने सरकार पर प्रदूषण के डेटा में हेराफेरी करने और समस्या की गंभीरता को नकारने का आरोप लगाया।

 

मौलिक अधिकार पर जोर: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सहित कई राजनीतिक हस्तियों ने प्रदर्शनकारियों के समर्थन में बयान जारी किए और कहा कि स्वच्छ हवा हर नागरिक का मौलिक मानवाधिकार है और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए।


प्रमुख बातः “यह विरोध प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि दिल्लीवासी अब जहरीली हवा को अपनी नियति मानने को तैयार नहीं हैं और वे अपने और अपने बच्चों के लिए जीने लायक वातावरण की मांग को लेकर मुखर हो रहे हैं।”


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